ECL का meaning है expected credit loss. ये banks के लिए बनाया गया है . अभी banks के लिए इसकी deadline 30 June दियी गई है.
इसमें अगर bank किसी को loan देती है , और loan के repayment के लिए date fix कर देते है , उस date से पहले अगर जिसने loan लिया है , वो loan चुकाने के काबिल नही रहता , तो उस loan के बारे में ECL में दिखाना होगा. जिसे की expected credit loss कहा जाता है.
ये कोई actual loss नही होता , इसमें जो पैसे अटके है वो recover हो सकते है. लेकिन loan के repayment के time से पहले अगर वो इंसान loan चुकाने के काबिल नही रहता तब उस loan को ECL दिखाया जायेगा.
अब Banks को ये provision करने के लिए 30 June तक का वक्त दिया गया है.Banks की मांग है की इस deadline को बढ़ाया जाए.
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