Adani Coal Scam , Adani New Scam, Adani Case

ये कोई official proven news नही है , ये news सिर्फ sources के जरिए आई है . तो इस पर कितना भरोसा करना है या नही करना ये आपकी मर्जी है . हमारा काम सिर्फ इस news को आप तक पोहचाना है . इस की सत्यता & बाकी चीजों related कोई भी जिम्मेदारी हमारी नही है . 

Adani से related नए scam के बारे में बात कीए जा रही है . ये जो scam है ये कोयले (Coal ) के import से related है. अगर सरल भाषा में बताए तो कोयला कम  rate पर international market से खरीदकर , india में ज्यादा  rates में बेचा है , market rates के  comparison में . तो उस वजह से जो बिजली उस कोयले (Coal)  से बनाई गई , उसका भी cost बढ़ गया , और ये costing normal consumers & Industries को भरनी पड़ी .

तो आइए अब थोड़ा सा details में जानते है .

बाहर देश में से Coal को import किया जाता है. तो  adani ने Indonesia & Australia से कोयला import किया. लेकिन Directly import नही किया, बल्कि बीच में 3 अलग अलग companies के द्वारा ये import दिखाया है . 

इसमें से पहली  pehli company Taiwan में थी, दूसरी  company Dubai में थी, 3rd company Singapore में थी. इन companies के जरिए इस deal को दिखाया गया. Last में जो कोयला भारत में  import हुआ, उस के prices normal international rates से 20-30% ज्यादा थे. कुछ जगह पर ये prices 50-60% से भी ज्यादा था. 

कहा जा रहा है की  Taiwan वाली company से  15000Crore  – 16000Crore तक का कोयला import किया गया है , Dubai वाली company से  Approx 14000 Crore तक का कोयला import किया गया है , और approx 10000 Crore तक का कोयला  Singapore वाली company से import हुआ है . 

तो इन सब में  total 7000 Crore से 8000 Crores तक का पैसा overprice कर के लिया गया है , तब के  Market rates से compare करे तो. यानी की अभी scam की size 7000Crore -8000 Crores तक हो सकती है . 

और इस के बाद जो बिजली बनाई गई तो उसका price ज्यादा था क्यू की कोयला ही महंगा मिला था, तो ये जो महंगी हुई बिजली है , ये public & बाकी industries को मिली , & उनसे extra पैसे charge किए गए . 

इस scam को Directorate of revenue intelligence ने 7 साल पहले ही identify किया था. ये  directorate of revenue intelligence , finance minister Nirmala sitharaman के under आता है . लेकिन इस से related जो case था वो Supreme Court में directorate of revenue intelligence की तरफ से पीछे ले लिया गया था , तो case खारिज हो गया था. 

तो ये जो सारी चीजे है , ये सिर्फ sources से बाहर आई है . अभी इनका official होना बाकी है. हम इस article में किसी पर भी  blame or आरोप नही कर रहे है. ये सिर्फ informational purpose के लिए है. 

ReplyForward

Leave a Comment